UPSC में निबंध कैसे लिखा जाता है?
निबंध का पेपर UPSC सिविल सेवा मुख्य परीक्षा के नौ पेपरों में से एक है । इस पेपर में, आपको दो निबंध लिखने होंगे, जिनमें से प्रत्येक की शब्द सीमा 1000 – 1200 होगी। प्रत्येक निबंध के लिए पेपर के 2 खण्डों – A तथा B से एक-एक विषय का चयन किया जा सकता है।
हिंदी में निबंध कैसे लिखें?
4) निबन्ध लिखने से पहले उसकी एक रूपरेखा बना लें: आरम्भ, मध्य व अंत मे क्या-क्या लिखना है सोच लें और किसी अन्य पेज पर बुलेट पॉइंट्स में लिख लें। 5) निबंध की भाषा सरल व स्पष्ट हो। 6) लेखन शुद्ध , त्रुटि रहित हो। 7) रटा-रटाया न होकर मौलिक विषय-वस्तु हो।
UPSC कैसे तैयार करें?
सबसे पहले एग्जाम की पूरी जानकारी होना जरूरी है। एग्जाम में आने वाले सिलेबस को समझें। रणनीति और अध्ययन की सामग्री को इकट्ठा करें । एकाग्रता के साथ पढ़ाई करें । पढ़ाई के साथ ही साथ लेखन करना भी जरूरी है। बार-बार मोक टेस्ट दीजिए। रोज़ाना न्यूज़ पेपर और मैगज़ीन पढ़ें।
एक अच्छा उत्तर कैसे लिखें?
एक अच्छे उत्तर की मुख्यत: दो विशेषताएँ होती हैं- प्रामाणिकता तथा प्रवाह। प्रामाणिकता का अर्थ है कि उत्तर में ऐसे ठोस तथ्य और तर्क विद्यमान होने चाहियें जिनसे प्रश्न की वास्तविक मांग पूरी होती हो अर्थात् परीक्षक को उत्तर पढ़कर यह महसूस होना चाहिये कि अभ्यर्थी ने विषय का गंभीर अध्ययन किया है।
UPSC में सबसे महत्वपूर्ण क्या है?
ऐसे में करेंट अफेयर्स के अलावा, 2 प्रमुख विषय हैं जिनका अध्ययन प्रत्येक UPSC उम्मीदवार को बिना किसी अध्याय को छोड़े करना है। आपको बता दें, ये दो विषय हैं- “इतिहास और राजनीति” बिना इन विषयों को पढ़ने यूपीएससी की तैयारी नहीं की जा सकती।
यूपीएससी में निबंध कितने प्रकार के होते हैं?
मोटे तौर पर निबंध दो प्रकार के होते हैं – औपचारिक और अनौपचारिक। UPSC सिविल सेवा परीक्षा (CSE) में, हम औपचारिक निबंध से संबंधित हैं। औपचारिक निबंध अपेक्षाकृत अवैयक्तिक होता है, लेखक इसे एक अधिकार के रूप में लिखता है और ऐसे निबंध कम भावनात्मक होते हैं।
निबंध लिखने से पहले क्या लिखते हैं?
भूमिका: सबसे पहले आती है भूमिका, अर्थात निबंध के विषय के बारे में लिखने से पहले तुम निबंध के विषय से संबंधित भूमिका बांधो। परंतु यह अधिक लम्बी नहीं होनी चाहिए, नहीं तो बोरिंग हो जाती है।
निबंध लिखने की शुरुआत कैसे करें?
निबंध की शुरुआत में हमें किसी भी प्रकार की स्तुति , श्लोक या उदाहरण से करते हैं तो उसका अलग ही प्रभाव पड़ता है। विषय विस्तार – निबंध में विषय विस्तार का सर्व प्रमुख अंश होता है, इसके अंदर तीन से चार अनुच्छेदों को अलग-अलग पहलुओं पर विचार प्रकट किया जा सकता है। निबंध लेखन में इसका संतुलन होना बहुत ही आवश्यक है।
निबंध लिखते समय क्या बनाना जरूरी होता है?
प्रस्तावना या भूमिका जिस विषय पर लिखा जाना पहले उसकी भूमिका आवश्यक हो जाती है । फिर उसके संदर्भ में समस्त बाते जैसे आंकड़े , तथ्य आदि बातों का वर्णन ये सब मध्य में लिखे जाते है । अंत में उपसंहार या निष्कर्ष लिखा जाना चाहिए क्योंकि जो निबंध पर लेखक की राय आवश्यक हो जाती है ।
UPSC में इंग्लिश जरूरी है क्या?
यूपीएससी एग्जाम (UPSC Exam) क्वालिफाई करने के लिए बहुत अच्छी अंग्रेजी की जरूरत नहीं होती है. इसके लिए अंग्रेजी का इतना ही ज्ञान पर्याप्त होता है कि अंगेजी जानने वाला कोई व्यक्ति यदि किसी आम विषय पर कुछ कहे, तो उसे समझ जाएं.